गुर्दे और पित्त की पथरी के होम्योपैथिक प्रबंधन;डॉ. रजनीश जैन
डॉ. रजनीश जैन के YouTube चैनल पर मुझे क्या मिलेगा? डॉ. रजनीश जैन के YouTube चैनल पर आपको निम्नलिखित विषयों पर वीडियो मिलेंगे:
https://www.youtube.com/channel/UCXfX6Jmi8RuQY1RWUmo1vkQ गुर्दे और पित्त की पथरी के होम्योपैथिक प्रबंधन
https://www.youtube.com/channel/UCRqecSWWXR0tfvfif1wvJLQ
होम्योपैथी उपचार: डॉ. रजनीश जैन ने विभिन्न बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के होम्योपैथिक उपचार के बारे में वीडियो बनाए हैं1. उन्होंने वीडियो में विस्तार से बताया है कि कैसे होम्योपैथी दवाएं विभिन्न बीमारियों में मदद कर सकती हैं.
स्वास्थ्य टिप्स: उनके चैनल पर आपको वजन घटाने, त्वचा की देखभाल, जोड़ों के दर्द और अन्य स्वास्थ्य सम्बंधित विषयों पर टिप्स मिलेंगे.
होम्योपैथी के बारे में जानकारी: डॉ. रजनीश जैन ने होम्योपैथी के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने वाले वीडियो भी बनाए हैं.
गुर्दे और पित्त की पथरी के होम्योपैथिक प्रबंधन के बारे में जानकारी और क्या करना चाहिए और क्या नहीं, इसके लिए निम्नलिखित जानकारी उपयोगी हो सकती है:
गुर्दे की पथरी का होम्योपैथिक प्रबंधन
• होम्योपैथिक उपचार गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए बहुत असरदार होते हैं⁵.
• होम्योपैथी में हर रोगी के शारीरिक व मानसिक लक्षणों को देखकर अलग दवा चुनी जाती है⁵.
• गुर्दे की पथरी के लिए होम्योपैथी में उपयोग होने वाली आम दवाएं हैं बर्बेरिस वल्गैरिस (Berberis vulgaris), अर्जेंटम नाइट्रिकम (Argentum nitricum) और बेंज़ोइकम (Benzoicum)⁵.
पित्त की पथरी का होम्योपैथिक प्रबंधन
•पित्ताशय की पथरी छोटे, कठोर जमाव होते हैं जो पित्ताशय में बनते हैं¹.
• पित्ताशय की पथरी के लिए कुछ जोखिम कारक, जैसे आनुवंशिकी और कुछ चिकित्सीय स्थितियाँ, नियंत्रण से परे हैं, एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने से इसके गठन के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है¹.
गुर्दे और पित्त की पथरी के लिए आहार और टिप्स
• फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे ताजे फल और सब्जियां, जूस, कम फैट वाले डेयरी उत्पाद, साबुत अनाज, नट्स, मसाले और फलियां.
• ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें.
• नारियल पानी का सेवन.
यह जानकारी आपको उपयोगी हो सकती है, लेकिन यह चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। यदि आपको गुर्दे या पित्त की पथरी है, तो आपको चिकित्सा पेशेवर से परामर्श करना चाहिए।
“ममता सेवा संस्थान: निशुल्क आंखों की परीक्षण और होमियोपैथी उपचार” गुर्दे और पित्त की पथरी के होम्योपैथिक प्रबंधन;डॉ. रजनीश जैन
ममता सेवा संस्थानद्वारा १ कैम्प आयोजन 4 अगस्त २०२४ को नवनीत आई केयर ऑप्टिकल सागवाड़ा के Dr.Nishant Soni द्वारा आंखों का निशुल्क परीक्षण और श्री आर के होमियोपैथी हॉस्पिटल सागवाड़ा के Dr.Rajneesh Jain द्वारा बिना ऑपरेशन किडनी कि पथरी,पिताशय कि पथरी सिर्फ होमियोपैथी दवा से पथरी निकालना ,गेस ,एसिडिटी ,पुराना कब्ज का निशुल्क परीक्षण इलाज परामर्श निशुल्क रजिस्टर करने हेतु संपर्क करे अगर मरीज को परामर्श के साथ होमियोपैथी 14 दिन कि दवा भी चाहते हे तो ममता सेवा संस्थानम मे 100 रूपए शुल्क पहले से जमा करना अनिवार्य हे
शीर्षक (Title): “ममता सेवा संस्थान: निशुल्क आंखों की परीक्षण और होमियोपैथी उपचार”
विवरण (Description): “आइए जानें कैसे ममता सेवा संस्थान द्वारा निशुल्क आंखों की परीक्षण और होमियोपैथी उपचार से आपकी सेहत को बेहतर बनाएं। अगर आपको पथरी, गैस, एसिडिटी, या पुराना कब्ज है, तो ममता सेवा संस्थान शिविर पंजीकरण जरुर करवाले”
कॉल टू एक्शन (Call to Action): “अधिक जानकारी के लिए हमसे संपर्क करें: [MOB.9950678788]”
आप इस विज्ञापन से आम जनता को अवगत जरुर कराये और समाज को जागरूक करा सकते हैं।
सारांश
ममता सेवा संस्थान एक मुफ्त स्वास्थ्य शिविर का आयोजन 4 अगस्त 2024 को नवनीत आई केयर ऑप्टिकल द्वारा कर रहा है। इस शिविर में नेत्र परीक्षा डॉ.निशांत सोनी द्वारा की जाएगी और होमियोपैथी उपचार के लिए किडनी स्टोन और गॉल स्टोन की इलाज डॉ.रजनीश जैन, श्री आर.के. होमियोपैथी अस्पताल द्वारा किया जाएगा। भागीदारों को गैस,एसिडिटी और क्रोनिक कब्ज सहित विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं पर मुफ्त परामर्श दिया जाएगा। जिन लोगों को किडनी स्टोन और गॉल स्टोन कि 14 दिनों के लिए होमियोपैथिक दवा चाहिए, उन्ही मरीज को 100 रुपये का पंजीकरण शुल्क का भुगतान पहले से करना होगा और सोनोग्राफी , आयुषमान भारत कार्ड अनिवार्य रहेगा ताकी शिविर के दोरान आपको असुविधा का सामना ना करना पड़े धन्यवाद.
मुख्य बातें
यह कार्यक्रम व्यक्तियों को वित्तीय बाधाओं के बिना आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच प्रदान करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।
समुदाय स्वास्थ्य शिविर मॉडल स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को कई तरीकों से प्रभावित करता है:
सुविधा और उपलब्धता: शिविर को अक्सर स्थानीय समुदायों में आयोजित किया जाता है, जिससे लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान हो जाती है। इससे दूर-दराज के क्षेत्रों के लोग भी बिना किसी भौतिक बाधा के स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
स्क्रीनिंग और प्रारंभिक पहचान: स्वास्थ्य शिविर विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान करने के लिए स्क्रीनिंग सेवाएँ प्रदान करते हैं। इससे गंभीर बीमारियों का प्रारंभिक निदान किया जा सकता है, जो समय पर उपचार के लिए महत्वपूर्ण है।
शिक्षा और जागरुकता: शिविर में स्वास्थ्य शिक्षा सत्र आयोजित किए जाते हैं, जहाँ लोग विभिन्न स्वास्थ्य मुद्दों, उनके लक्षणों और उपचार के तरीकों के बारे में जान सकते हैं। इससे जागरूकता बढ़ती है, जो लोगों को अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की बेहतर समझ में मदद करती है।
लागत प्रभावशीलता: कई स्वास्थ्य शिविर मुफ्त या कम लागत में सेवाएं प्रदान करते हैं, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग भी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
लंबी अवधि की स्वास्थ्य योजनाएँ: शिविर सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए दीर्घकालिक उपचार विकल्पों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। इससे लोगों को स्वास्थ्य देखभाल में निरंतरता मिलेगी और वे अपने स्वास्थ्य की देखभाल के लिए और प्रेरित होंगे।
सामुदायिक सम्मिलन: लोग स्वास्थ्य शिविरों में भाग लेकर अपनी व्यक्तिगत और सामुदायिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए सक्रिय रूप से भाग ले सकते हैं। यह सामुदायिक पहचान और सहयोग को भी बढ़ावा देता है।
विशेषज्ञों तक पहुंच: स्वास्थ्य शिविरों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति लोगों को सीधे सलाह और उपचार प्राप्त करने का अवसर देती है, जो स्थानीय क्लीनिकों में हमेशा संभव नहीं होता।