हिर्सुटिज्म: कारण, लक्षण और होम्योपैथिक उपचार - डॉ. रजनीश जैन

04-02-25
Dr Rajneesh Jain
233
04

WhatsApp Image 2025-01-20 at 4

हिर्सुटिज्म: कारण, लक्षण और होम्योपैथिक उपचार - डॉ. रजनीश जैन

शीर्षक: हिर्सुटिज्म: कारण, लक्षण और होम्योपैथिक उपचार

लेखक: डॉ. रजनीश जैन

कीवर्ड्स: हिर्सुटिज्म, होम्योपैथी, हार्मोनल असंतुलन, पीसीओएस, प्राकृतिक उपचार

लक्षण: चेहरे, छाती और पीठ पर अत्याधिक बाल उगना, गहरी आवाज, पुरुषों के तरह बाल उगना, बाल उगने की अनियमितता

कारण: एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) का असंतुलन, पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस), इंसुलिन प्रतिरोध, परिवार का इतिहास, कुछ दवाओं का उपयोग  चेहरे, छाती और पीठ पर अत्याधिक बाल उगना, गहरी आवाज, पुरुषों के तरह बाल उगना, बाल उगने की अनियमितता

होम्योपैथिक उपचार: होम्योपैथी में हिर्सुटिज्म के प्रबंधन के लिए कई उपचार हैं। कुछ सामान्यतः उपयोग किए जाने वाले उपचार निम्नलिखित हैं:

  • सो पामेटो (Serenoa repens): टेस्टोस्टेरोन और डाइहाइड्रोटेस्टोरोन के परिवर्तन को रोकता है, जिससे बाल उगना रुकता है।

  • थुजा ओक्सिडेंटालिस (Thuja Occidentalis): हार्मोन असंतुलन को उलटता है और अनुचित बाल उगने को रोकता है।

  • पुल्सेटिला (Pulsatilla): मासिक धर्म को बनाए रखती है और हार्मोन को नियंत्रण में रखती है।

  • सेपिया (Sepia): हार्मोन को संतुलित करती है और बाल उगने को रोकती है।

  • नात्रम म्यूर (Natrum Muriaticum): हार्मोन असंतुलन और इंसुलिन प्रतिरोध को सुलझाता है।

जीवनशैली के परिवर्तन: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, तनाव का प्रबंध, चीनी और डेयरी उत्पादों की कमी से बचाव

निष्कर्ष: हिर्सुटिज्म दुःखद हो सकता है, लेकिन सही होम्योपैथिक उपचार और जीवनशैली के परिवर्तनों से इसे प्रभावी रूप से प्रबंधित किया जा सकता है।

@Dr.Rajneesh Jain

 

129000 +
Custumer Visit
40003 +
CURE CASE
180030 +
People Recommended
200067 +
Positive Feedbacks
Welcome to Dr.Rajneesh Jain
QR CODE