बार-बार बंद होने वाली नाक खोलने के आसन होमियोपैथी उपाय-डॉ रजनीश जैन

19-07-24
Dr Rajneesh Jain
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बंद नाक की होम्योपैथिक मेडिसिन

क्या आपका नाक  बार-बार बंद हो जाता हे, तो ये आप के लिये ही यहआर्टिकल  हें डॉ रजनीश जैन बंद नाक की होम्योपैथिक मेडिसिन बतायेगे

Band Naak Ki Homeopathic MedicineBy Homeopathy Today Dr.Rajneesh Jain.

 इस आर्टिकल में Dr.Rajneesh Jain बंद नाक की होम्योपैथिक मेडिसिन (Band Naak Ki Homeopathic Medicine) के बारे में बतायेगे  क्योंकि बंद नाक अक्सर हम लोगों को काफी परेशान करती है दरअसल नाक बंद कब होती है जब नाक और आसन उसको और रक्त वाहिकाओं को अधिक तरल पदार्थ के साथ सूजजाता है ,आमतौर पर जब भी हमें सर्दी जुखाम होता है तो सबसे पहले हमारी नाक बंद हो जाती है और यह भी देखा गया है कि जब हमारी नाक बंद हो जाती है ,तो हमारे लिए नाक बंद होने के कारण और भी समस्याएं पैदा हो जाती हैं जिसमें हमें सबसे पहले सांस लेने में समस्या आने लगती है जिसकी वजह से हमें काफी समस्या का सामना करना पड़ता है और ज्यादातर नाक बंद होने के कारण नाक में जकड़न महसूस होना, बार बार छींक आना और सिर में दर्द होने लगना, सिर का भारी होना जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है लेकिन अक्सर मैंने देखा है कि जब भी लोगों की नाक बंद होती है तो लोग नाक को खोलने के लिए तुरंत ही दवाई खा लेते हैं लेकिन मैं आपसे कहूंगा किधर आपकी नाक बंद होती है तो आप तुरंत दवाई ना खाएं इसके बजाय आप होम्योपैथिक की काफी ऐसी दवाएं हैं उनका इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें कुछ तो खाने की दवाएं होती हैं और कुछ नाक में डालने की भी दवाई होती है होम्योपैथिक की दवाई खाने के साथ-साथ अगर आप नाक में डालने वाली भी दवाई डालते हैं तो आपको बहुत ही जल्द आराम देखने को मिलेगा।

कारण:

तो दोस्तों यह जो हम लोगों का नाक बंद हो जाता है चलिए आप जानते हैं क्यों नाक बंद क्यों हो जाता है ज्यादातर जो कॉमन है वही होता है कि सर्दी जुखाम ,कई बार डीएन एस यानी कि नाक की जो हड्डी है वह अगर टेढ़ी हो जाए तो भी ऐसी प्रॉब्लम देखने को मिलती है एलर्जी के कंडीशन में अगर हाइपरट्रॉफी अगर हो जाती है तो भी आपको ऐसी प्रॉब्लम देखने को मिलेगी अगर आपको नेजल पॉलिप्स हो रहे हैं तो भी आपको नाक बंद की प्रॉब्लम ज्यादा हो सकती है यदि आपको साइनोसाइटिस की भी शिकायत है तो भी आपको ज्यादातर नाक बंद की समस्या देखने को मिलती है।

आपकी नाक बार-बार बंद होने के कई कारण हो सकते हैं। यहां कुछ सामान्य कारण और उनके संबंधित उपाय हैं:

  1. नाक की अवयवों की सूजन (Nasal Congestion): यदि आपकी नाक में सूजन हो रही है, तो यह बंद हो सकती है। इसके लिए आप गरम पानी से नाक को धो सकते हैं और नाक की सूजन को कम करने के लिए नमक के गरारे कर सकते हैं।

  2. एलर्जी (Allergy): धूल, धूप, पौधों के फूल, या अन्य एलर्जेन्स से नाक बंद हो सकती है। इसके लिए आप एलर्जी के कारणों से बचने के लिए उपाय कर सकते हैं।

  3. सिनस इन्फेक्शन (Sinus Infection): सिनस इन्फेक्शन के कारण भी नाक बंद हो सकती है। यदि आपको सिनस इन्फेक्शन की संभावना है, तो डॉक्टर से सलाह लें।

घरेलू उपाय

नाक की सूजन एक आम समस्या है और इसके कई कारण हो सकते हैं। यह आपकी जीवन गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है, इसलिए इसे ठीक करने के लिए कुछ घरेलू उपाय आपके लिए उपयोगी हो सकते हैं:

  1. देसी घी (Ghee): नाक में सूजन को कम करने के लिए देसी घी का उपयोग करें। आप नाक में थोड़ी सी घी डाल सकते हैं। यह आपको आराम देगा और नाक की सूजन को भी कम करेगा।

  2. स्टीम (Steam): नाक की सूजन को कम करने के लिए स्टीम लेना फायदेमंद हो सकता है। एक बड़े से बर्तन में पानी उबालें और फिर सिर को तौलिये से ढककर स्टीम लें।

  3. हॉट शॉवर (Hot Shower): गर्म पानी से नहाने से भी नाक की सूजन कम हो सकती है।

  4. बर्फ (Ice Pack):बर्फ की सिंकाई करने से भी नाक की सूजन कम हो सकती है।

  5. ऑलिव ऑयल (Olive Oil): नाक में जलन के साथ-साथ सूजन को कम करने के लिए ऑलिव ऑयल का उपयोग करें।

  6. एलोवेरा (Aloe Vera): एलोवेरा जेल भी नाक की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।

  7. गरम पानी का इस्तेमाल: नाक को गरम पानी से धोने से नाक की सूजन कम हो सकती है।

  8. अदरक (Ginger): अदरक को छोटे टुकड़ों में कच्चा खाने से नाक खुल सकती है।

  9. जल नेति (Jal Neti): जल नेति करने से नाक की गुहाओं को साफ करने में मदद मिल सकती है।

यदि यह समस्या बार-बार हो रही है, तो आपको एक नाक-कान-गले विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है! 

बंद नाक की होम्योपैथिक मेडिसिन

होम्योपैथी एक रूपरेखा में दिखाती है कि शरीर की स्वाभाविक शक्तियों को उत्तेजित करके बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। यह चिकित्सा प्रणाली व्यक्तिगत और होलिस्टिक दृष्टिकोण को ध्यान में रखती है, जिसमें व्यक्ति की विशेषताएं, जीवनशैली, और रोग के लक्षण शामिल होते हैं

STUFFY NOSE Best Homeopathic Medicines || बंद नाक के लिए होम्योपैथिक दवाई
  • Allium Cepa (अलियम सेपा)
  • Natrum Mur (नेट्रम म्यूर)
  • Sabadilla (सबाडिला)
  • Arsenicum Album (आर्सेनिकम अल्बम)
  • Euphrasia (यूफ्रेजिया)
  • Pulsatilla (पुल्सेटिला)
  • Nux Vomica (नक्स वोमिका)
  • Kali Bichromicum (काली बाइक्रोमिकम)
  •  Lemna Minor 30
  • Sambucus Nigra (सैम्बुकस नाइग्रा)
  • Sinapis Nigra

Best Homeopathic Medicines By Dr.Rajneesh Jain

  1. Allium Cepa (अलियम सेपा): यह दवा जुकाम और बंद नाक के लिए अच्छी मानी जाती है। यदि आपकी नाक बह रही है और आपको आंखों से पानी आ रहा है, तो यह दवा उपयुक्त हो सकती है।

  2. Natrum Mur (नेट्रम म्यूर): यह दवा जुकाम और बंद नाक के लिए अच्छी मानी जाती है, खासकर जब नाक से सफेद और गाढ़ा तरल आता है।

  3. Sabadilla (सबाडिला): यदि आपकी नाक बंद होने के साथ-साथ खांसी भी हो रही है, तो सबाडिला उपयुक्त हो सकती है।

  4. Arsenicum Album (आर्सेनिकम अल्बम): अगर आप कुछ ठंडा खा लेते हैं कुछ ठंडा पी लेते हैं या फिर ठंडी चीजें आपको नुकसान दे जाती हैं जिसके कारण आपको सर्दी जुखाम में नाक बंद हो जाती है ऐसे में आर्सेनिक्स एल्बम 30 आपके बहुत काम आएगी ,यदि आपकी नाक रात को ज्यादा बंद होती है और आपको ठंड लगती है, तो यह दवा उपयुक्त हो सकती है।

  5. Euphrasia (यूफ्रेजिया): यदि आपकी नाक बंद होने के साथ आंखों से आंसू आ रहे हैं, तो यह दवा उपयुक्त हो सकती है।

  6. Pulsatilla (पुल्सेटिला): यदि आपकी नाक बंद होने के साथ गर्मी और आराम से बेहतर होती है, तो पुल्सेटिला उपयुक्त हो सकती है।

  7. Nux Vomica (नक्स वोमिका): पूरे दिन तो हमारा नाक खुला रहता है लेकिन जैसे ही हम सोने के लिए जाते हैं तो उसी समय एकदम से हमें नाक बंद होने का एहसास होता है और इस कंडीशन में सांस लेने की भी प्रॉब्लम होती है,यदि आपकी नाक बंद होने के बाद आपको तेज खांसी और तनाव महसूस होता है, तो नक्स वोमिका उपयुक्त हो सकती है।

  8. Kali Bichromicum (काली बाइक्रोमिकम): काली बाइक्रोमिकम जुकाम के इलाज में विशेष रूप से प्रभावी होती है। यदि आपकी नाक से अधिक मात्रा में सफेद या पीला, चिपकने वाला, गोंद-सरीखा स्राव निकल रहा है और नाक बंद हो जाती है, तो काली बाइक्रोमिकम उपयुक्त हो सकती है।साइनसाइटिस (Sinusitis),पोस्ट नेजल ड्रिप (Post Nasal Drip, PND),कान से बहने वाला तरल (Ear Discharge),गले में खराश (Sore Throat),पेट के अल्सर (Gastric Ulcers) इलाज में भी प्रयुक्त हो सकती है।

  9.  Lemna Minor 30:देखिए ज्यादातर कभी कभी आपने देखा होगा कि नाक बंद होने के बाद किसी भी चीज स्मेल भी नहीं कर पाते सुघने कि जो शक्ति है वो कम हो जाती है और ऐसा लगता है कि गले के नीचे से कुछ गीला गीला सा टपक रहा हो जैसे बलग़म जैसा कुछ नीचे से गले के नीचे टपक सा  रहा है तो ऐसी कंडीशन में Lemna Minor आपकी मदद कर सकता है

  10. सैम्बुकस नाइग्रा (Sambucus Nigra):अगर आपके यह कोई छोटा बच्चा जोकि 6 माह से कम उम्र का है या फिर बच्चा है तो बच्चों के अंदर ज्यादातर सर्दी जुखाम जकड़ जाता है और बच्चे को नाक के द्वारा सांस लेने में काफी प्रॉब्लम होती है ऐसे में सैम्बुकस नाइग्रा (Sambucus Nigra) काफी मददगार साबित होती है कभी-कभी आपका बच्चा सोकर जागता है तो आपने देखा होगा कि उसे काफी जोर जोर से हंसी आती है लेकिन वह फिर से सो जाता है तो उसे खांसी नहीं होती है लेकिन अगर फिर वह जागता है तो दोबारा से उसे खांसी अटैक आ जाता है तो ऐसे में भी आप अपने बच्चे को सैम्बुकस नाइग्रा (Sambucus Nigra) दे सकते हैं

  11.  Sinapis Nigraयह होम्योपैथिक मेडिसिन नाक व गले की हर तरह की एलर्जी में आपको काफी लाभकारी रिजल्ट प्रदान करेगी

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अक्सर मरीजों द्वारा पूछा गया सवाल

प्र० 1 – नाक बंद होने की होम्योपैथिक दवा बताइए?

उ ० – साइनस कंजेशन के लिए सिलिकिया का प्रयोग करें

प्र० 2 – नाक की एलर्जी के लिए कौन सी होम्योपैथिक दवा सबसे अच्छी है?

उ ० – होम्योपैथिक दवाएं जो हे फीवर जैसी नाक संबंधी एलर्जी के इलाज में बहुत सहायक होती हैं। वे एलियम सेपा, आर्सेनिक एल्बम, अरुंडो मौरी, काली बिक्रोमिकम और जेल्सेमियम हैं। एलियम सेपा और आर्सेनिक एल्बम दोनों ही इस सामान्य एलर्जी के लिए बहुत फायदेमंद हैं और ये तब काम करते हैं जब आपके लक्षणों में छींकने और आंखों में जलन के साथ नाक बहना होता है।

निष्कर्षआज के लेख आपने बंद नाक की होम्योपैथिक मेडिसिन के बारे मे जाना इसीलिए अपने सवाल/सुझाव/विचार नीचे ब्लॉग कॉमेंट बॉक्स में लिखे। इस पोस्ट के स्क्रीनशॉट लेकर सोशल मीडिया पर शेयर कीजिए। ज्यादा से ज्यादा अच्छे ज्ञान को लोगो तक पहुचाकर प्रकृति के नियम का लाभ उठाये।

विशेष नोट:

यह उपाए अपनाने से पहले एक बार किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें। उपर बतायी गयी सारी बातें डॉ रजनीश जैन जी ने अपने 20 वर्ष के अनुभव से बतायी गयी है।कृपया ध्यान दें कि होम्योपैथिक उपचार के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है। वे आपके लक्षणों के आधार पर सही दवा और खुराक सुझा सकते हैं।

@Dr.Rajneesh Jain

 

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