घर पर डेंगू बुखार (Fever): अधिक गर्मी का अनुभव दस्त (Headache): मुख की बालूसाजनी जुकाम (Sneezing): नाक की छिद्रियाँ आँखों में ख़ून (Red eyes): आँखें लाल हो जाना जोड़ों की दर्द (Joint pain): हाथ और पैर की जोड़ों में दर्द उत्तेजना (Fatigue): थकान और असामर्थ्य छाती पर दर्द (Chest pain): छाती में दर्द का अनुभव मांसपेशियों में दर्द (Muscle pain): मांसपेशियों में अकड़न उल्टी और मतली (Nausea and vomiting): उल्टी और उल्टी का अहसास भूख कम हो जाना (Loss of appetite): खाने की इच्छा में कमी चक्कर आना (Dizziness): चक्कर आना या बेहोशी घर पर डेंगू का इलाज: पपीता के पत्तों का रस: प्लेटलेट काउंट बढ़ाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है। पपीते के पत्तों को पीसकर उनका रस निकालें और दिन में दो बार थोड़ी मात्रा में पीएं। गिलोय का रस: मेटाबोलिज्म में सुधार और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। गिलोय के दो छोटे तनों को एक गिलास पानी में उबालें और जब गर्म हो, तो इसे पिएं। ताजे अमरूद का रस: विटामिन सी से भरपूर, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। एक कप अमरूद का रस दिन में दो बार पीएं। मेथी के बीज: मेथी के बीजों को गर्म पानी में भिगोकर ठंडा होने पर दिन में दो बार पिएं। पैरासिटामोल: बुखार को नियंत्रित करने और दर्द को कम करने के लिए। एस्पिरिन और इबुप्रोफेन से बचें। हाइड्रेटेड रहें: हाइड्रेटेड रहने के लिए बहुत सारा तरल पदार्थ पिएं। पानी या इलेक्ट्रोलाइट्स वाले पेय अच्छे विकल्प हैं। याद रखें, यदि लक्षण बिगड़ते हैं या प्लेटलेट काउंट में महत्वपूर्ण गिरावट होती है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। क्या इनमें से किसी उपाय के बारे में और जानकारी चाहिए? डेंगू के इलाज के लिए होम्योपैथी को सहयोगी उपचार के रूप में प्रयोग किया जा सकता है, परंतु गंभीर मामलों में पारंपरिक चिकित्सा का पालन आवश्यक है। यहां कुछ होम्योपैथी उपचार दिए गए हैं जो लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकते हैं: यूपेटोरियम परफोलियाटम (Eupatorium Perfoliatum): हड्डियों में दर्द और ठंड लगने पर उपयोगी। रश टॉक्सिकोडेंड्रोन (Rhus Toxicodendron): जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द के लिए। ब्रायोनिया (Bryonia): शरीर में अत्यधिक दर्द और सूजन के लिए। गेलसेमियम (Gelsemium): कमजोरी, थकान, और सिरदर्द के लिए। बेलाडोना (Belladonna): बुखार और गर्मी के लिए। ध्यान दें कि होम्योपैथी का उपयोग करने से पहले किसी योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से परामर्श जरूर करें। यदि लक्षण बिगड़ते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें। @Dr.Rajneesh Jain |